रक्षाबंधन कब है: तारीख और महत्व
रक्षाबंधन, भारत में एक प्रमुख पर्व है जिसे भाई-बहन के प्रेम और संबंधों का पावनता और सम्मान देने के लिए मनाते हैं। यह त्योहार श्रावण मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, जो हिन्दू पंचांग के अनुसार अगस्त या सितंबर महीने में पड़ता है। इस वर्ष रक्षाबंधन 22 अगस्त 2021 को मनाया जा रहा है।
महत्व
रक्षाबंधन का महत्व, भाई-बहन के संबंधों के गहराई और मजबूती को दर्शाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की मुख्य पूजा करती हैं और उन्हें राखी बांधकर वचन लेती हैं कि वह हमेशा उनकी सुरक्षा करेंगे और उनके साथी बनेंगे। इसके परिणामस्वरूप, भाई भी अपनी बहन को उपहार देते हैं और उनकी सुरक्षा और स्नेह का प्रतीक देते हैं। इस सांस्कृतिक उत्सव में व्यक्ति अपने परिवार के संबंधों को मान्यता देते हैं, जिससे उनका परिवारिक समृद्धि और सुख बना रहता है।
राखी की महत्वता
राखी एक परम्परागत धागा है जो बहनें अपने भाइयों की कलाई पर बांधती हैं। इसे एक पवित्र बंधन समझा जाता है जो उनके साथी और सुरक्षक भावना को प्रकट करता है। राखी में समेटे जाने वाले भावनात्मक और मानसिक महत्व के पारंपरिक रूपों में रंग-बिरंगे रखी का चयन किया जा सकता है, जो इस दिन परिवार के संबंधों को पुनरारंभित करते हैं।
रक्षाबंधन का इतिहास
रक्षाबंधन एक प्राचीन परंपरा से आयोजित होने वाला त्योहार है जिसमें प्राचीन काल में राजा और महाराजाओं ने अपनी बहनों की सुरक्षा करने के लिए मनाया जाता था। उन्होंने अपनी बहनों को राखी बाँधकर उनकी सुरक्षा का वचन दिया। इस संयम के माध्यम से, राजा महाराजाओं ने विरोधी शक्तियों से लड़ने का वचन दिया और परिवार की आदर्श संबंध सुनिश्चित किया।
भारतीय संस्कृति में रक्षाबंधन
रक्षाबंधन हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। भारतीय संस्कृति में प्रेम, सेवा, और मान्यता की भावना को दर्शाता है जो परिवारिक संबंधों में आत्मीयता को मजबूत करती है। यह त्योहार भारतीय समाज में एकता, मेल-मिलाप, और सौहार्द का संदेश देता है।
दूसरे देशों में रक्षाबंधन
रक्षाबंधन का महत्व भारत के साथ ही अन्य कई देशों में भी मान्य है। नेपाल, बांग्लादेश, और श्रीलंका जैसे देशों में भी रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। वहाँ भी बहनें अपने भाइयों की सुरक्षा की कामना करती हैं और राखी बाँधकर उन्हें आशीर्वाद देती हैं।
रक्षाबंधन कस्टम्स
परंपरागत रूप से, रक्षाबंधन के दिन पर भाई-बहन विशेष समारोह करते हैं। बहनें अपने भाइयों का स्वागत करती हैं और ऊपरी स्तर पर उनकी रास्ता शुभ करने के लिए तिलक लगाती हैं। फिर राखी बाँधती हैं और उनकी मुख्य पूजा करती है। भाई भी अपनी बहनों को धन्यवाद और आशीर्वाद देते हैं और उन्हें उपहार देते हैं।
रक्षाबंधन की कहानी
रक्षाबंधन का हिंदू पुराणों में एक विशेष महत्व है। एक कहानी के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण सहायक स्वरूप में द्रौपदी की रक्षा करने के लिए आए थे। द्रौपदी ने उनकी आंख में फूंकी हुई अनगिनत चुड़ियाँ लेकर श्रीकृष्ण की आंख बंधने की कोशिश की। इस प्रेम भरे कार्य के कारण, श्रीकृष्ण ने द्रौपदी को अविच्छेद्य समर्थन देने का वचन दिया था।
रक्षाबंधन के संदेश
रक्षाबंधन एक महत्वपूर्ण सन्देश देता है कि परिवार के संबंधों की रक्षा और सम्मान करना कितना महत्वपूर्ण है। यह उत्सव हमें याद दिलाता है कि हमें अपने परिवार के सदस्यों के प्रति समर्पित और वफादार होना चाहिए।
FAQ
1. रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है?
रक्षाबंधन का मुख्य उद्देश्य भाई-बहन के प्यार और साथी का मंदिर करना है। इसे संबंधों की गहनता और उनका मान्यता देने के लिए मनाया जाता है।
2. राखी क्यों बांधी जाती है?
राखी का भाई-बहन के संबंधों में एक पवित्र बंधन माना जाता है, जो साथी और सुरक्षा की भावना को प्रकट करता है।
3. रक्षाबंधन का इतिहास क्या है?
रक्षाबंधन का महत्वपूर्ण इतिहास पुराणों में मिलता है, जहाँ राजा और महाराजाओं ने अपनी बहनों की सुरक्षा के लिए इसे मनाया था।
4. रक्षाबंधन के त्योहार कैसे मनाया जाता है?
रक्षाबंधन के त्योहार में बहनें राखी बांधकर भाई की सुरक्षा की कामना करती हैं और उन्हें उपहार भेंट करती हैं।
5. रक्षाबंधन की आसान और स्वास्थ्य संरक्षण उपाय क्या हैं?
रक्षाबंधन के दिन लोग अधिक स्वास्थ्य और आसान व्यंजनों को तैयार करते हैं, जैसे कि घर पर बनाई गई स्वादिष्ट मिठाई और नमकीन।